PM Kusum Solar Subsidy Yojana 2024: सरल और विस्तृत जानकारी
Table of Contents
योजना का परिचय
PM Kusum Solar Subsidy Yojana के अंतर्गत, केंद्र सरकार द्वारा किसानों को सोलर सिंचाई पंप लगवाने के लिए 90% सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना का उद्देश्य 35 लाख से अधिक किसानों को लाभान्वित करना है। इस योजना के तहत किसान ईंधन या बिजली से चलने वाले सिंचाई पंप की बजाय सोलर पंप का उपयोग कर सकते हैं, जिससे ईंधन एवं बिजली बिल में बचत होगी।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को सोलर पंप के माध्यम से मुफ्त बिजली प्रदान करना और ईंधन के खर्च को कम करना है। इससे सूखे क्षेत्रों में किसानों को सिंचाई में मदद मिलेगी और उनकी आमदनी बढ़ेगी।
योजना के लाभ
लाभ
विवरण
सिंचाई पंप पर सब्सिडी
90% सब्सिडी, 10% लागत किसान की
पुराने पंपों का आधुनिकीकरण
17.5 लाख डीजल पंपों का सोलर पंप में रूपांतरण
ईंधन की बचत
सौर ऊर्जा का उपयोग
मुफ्त बिजली
सोलर पंप से सिंचाई
योजना के मुख्य कॉम्पोनेंट्स
कॉम्पोनेंट्स
विवरण
सौर पंप वितरण
लाभार्थियों को सोलर पंप प्रदान करना
सौर ऊर्जा कारखाने का निर्माण
बिजली उत्पादन के लिए कारखाने स्थापित करना
ट्यूबवेल कनेक्शन
बिजली उत्पादन के लिए ट्यूबवेल कनेक्शन
आधुनिकीकरण
पुराने पंपों को सोलर पंप में बदलना
आवश्यक दस्तावेज़
दस्तावेज़
विवरण
आधार कार्ड
पहचान प्रमाण
निवास प्रमाण पत्र
पते का प्रमाण
बैंक पासबुक
बैंक खाते की जानकारी
भूमि संबंधित दस्तावेज
जमीन का प्रमाण
मोबाइल नंबर
संपर्क नंबर
राशन कार्ड
परिवार की जानकारी
रजिस्ट्रेशन की कॉपी
पंजीकरण प्रमाण
ऑथराइजेशन लेटर
अनुमति पत्र
पात्रता
पात्रता
विवरण
किसानों का समूह
किसान समूह
सहकारी समितियां
सहकारी संगठन
जल उपभोक्ता संगठन
जल उपभोक्ता समूह
किसान उत्पादक संगठन
किसान संगठन
देश के सभी किसान
सभी किसान
आवेदन शुल्क
मेगावाट
आवेदन शुल्क
0.5 मेगावाट
₹2500 + जीएसटी
1 मेगावाट
₹5000 + जीएसटी
1.5 मेगावाट
₹7500 + जीएसटी
2 मेगावाट
₹10000 + जीएसटी
आवेदन प्रक्रिया
अगर आप पीएम कुसुम सोलर सब्सिडी योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं, तो नीचे दी गई स्टेप बाय स्टेप प्रक्रिया को फॉलो करें:
इस योजना के तहत आवेदन करने पर आपके आवेदन पत्र की समीक्षा और जमीन का भौतिक परीक्षण किया जाएगा। यदि आप योग्य पाए जाते हैं, तो आपके खेत में सोलर पंप लगाया जाएगा। इस योजना से आप अपने सिंचाई पंप के लिए मुफ्त बिजली प्राप्त कर सकते हैं और अपनी खेती में सुधार कर सकते हैं।